Wednesday, 30 December 2015

Vakalya disha phulun | Grace | Manikrao Sitaram Godghate | Marathi Kavita

Grace - Manikrao Sitaram Godghate
(Born: 10 May 1937, Died: 26 March 2012)

वाकल्या दिशा फुलून

वाकल्या दिशा फुलून स्‍निग्ध रंग सावळा,
या फुलांत या सुरांत चंद्र घालतो गळा


पावले अशी सलील नादती कुठून नाद,
मी क्षितिज वाहतो तरी जुळे न शब्द, गीत

दु:ख एक पांगळे जशी तरूंत सावली,
या उरांत पेटलीस, का उन्हास काहिली

असे कसे सुने सुने मला उदास वाटते,
जशी उडून पाखरे नभांत चालली कुठे

ग्रेस [Grace - Manikrao Sitaram Godghate]

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